Brigadier (Retd.) Behram M. Panthaki
Brigadier Behram M. Panthaki commanded the 2nd Battalion of the 8th Gorkha
Rifles, served as Brigade Major, HQ 161 Infantry Brigade in J&K, was
Colonel General Staff, HQ 3 Infantry Division in Ladakh, commanded 35 Infantry
Brigade in Delhi and was Brigadier General Staff, HQ 12 Corps in Rajasthan.
Theassignment he values most is as Aide-de-Camp (ADC) to General Sam Manekshaw.
Zenobia Panthaki had a close association with Sam and his wife, Silloo, and was
witness to many events described in this book.
ब्रिगेडियर बेहराम एम. पंथकी ने 8वीं गोरखा राइफल्स की दूसरी बटालियन को कमांड किया, बतौर जम्मू और कश्मीर में 161 इन्फैंट्री ब्रिगेड मुख्यालय में ब्रिगेड मेजर रहे। वे लद्दाख़ में 3 इन्फैंट्री डिवीज़न मुख्यालय में कर्नल जनरल स्टाफ रहे। दिल्ली में 35 इन्फैंट्री ब्रिगेड को कमांड किया और राजस्थान में 12 कॉर जनरल स्टाफ़ के ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ़ रहे। उन्होंने सेना मुख्यालय में पद-नियुक्तियों का काम सँभाला तथा वॉर कॉलेज माहो और डिफेंस सर्विस स्टाफ़ कॉलेज वेलिंगटन में प्रशिक्षण दिया। उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य सेना अध्यक्ष के ए डी सी के रूप में काम करना रहा। इस कार्य के दौरान, उन्होंने सैम के विशिष्ट व्यक्तित्व को क़रीब से देखा तथा उच्च स्तर पर योजनाओं को बनाने और फ़ैसले लेना सीखा। वह अब वाशिंगटन डी सी में रहते हैं और किंगस्बरी सेंटर मानव संस्थान के निदेशक भी रहे हैं।